तेरे भीतर ही सारा संसार
कभी-कभी हम भूल जाते हैं कि सारा विश्व हमारे मन में है। हर जगह कुछ अनोखा होता रहता है, लेकिन यह सब हमें दिखता है है। चाहे वह| एक साथी, एक आत
कभी-कभी हम भूल जाते हैं कि सारा विश्व हमारे मन में है। हर जगह कुछ अनोखा होता रहता है, लेकिन यह सब हमें दिखता है है। चाहे वह| एक साथी, एक आत
लोगों की आवश्यकताएँ हमेशा जुड़ी रहती हैं। कभी हैं| कि किसी का अपना जीवन है।चाहे हमें जरूरी समझें, तो भी मेरे का सहारा हमेशा ज़रूरी महत्